करवाचौथ व्रत विधि । Karva chauth vart vidhi

 करवाचौथ व्रत विधि । Karva chauth vart vidhi 

नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने जा रहे हैं करवा चौथ व्रत के बारे में आज जो हम तो पिक क्लियर करने वाले हैं उनमें से हैं उनमें से नीचे दिए गए हैं और अगर आपको हमारी यह पोस्ट अच्छी लगती है तो नीचे कमेंट में जय माता दी लिखना ना भूल


आखिर क्यों मनाया जाता है करवा चौथ क्या हुआ करवा चौथ

क्या होता है करवा चौथ

 इस वर्त के दौरान क्या होता है 

पहला करवा चौथ का व्रत कैसे रखते हैं

करवा चौथ व्रत के दौरान करवे में क्या भरा जाता है

करवा चौथ के व्रत को रात को पति पत्नी क्या करते हैं

. आखिर क्यों मनाया जाता है करवा चौथ क्या हुआ करवा चौथ ? 

दोस्तों यह हिंदू धर्म के बारे में बहुत विशेष वर्तमान आ जाता है और कार्तिक मास की कृष्ण मायापुर चतुर्थी तिथि में मनाया जाता है करवा चौथ के व्रत के हमारे हिंदू भाई बहन करवा कर्व चतुर्थी के नाम से भी जानते हैं


  करवाचौथ का मतलब ?

तो हम आपको बताने जा रही है करवा चौथ क्या होता है करवा चौथ बताने से पहले हम आपको यह बता देते हैं इस करवा चौथ वर्ड का मतलब क्या होता है

 इस शब्द का मतलब क्या होता है इस शब्द का मतलब होता है मिट्टी से बना होता है जो आप कुछ वस्तुएं बोल सकते हो जो गांव की कुमार बनाते हैं 

इस चीज का व्रत में बहुत विशेष महत्व होता है इस व्रत में चांद के अर्थ मतलब जल अर्पण करने की विधि से करने के लिए इस व्रत को करना बहुत ही करवा महत्व होता है इसलिए करवा चौथ में जो कड़वा शब्द है वह एक मिट्टी का घड़ा होता है


कहा बनया जाता है चौथ

करवा चौथ का व्रत पंजाब राजस्थान उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है परंतु इस विशेष की विशेषता को जानकर अब अन्य प्रांत के लोग भी इस व्रत को मनाते हैं वह पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है और यह पूरे भारत में एक बहुत ही विशेष प्रकार का व्रत होता है

क्या होता है वह करवा चौथ व्रत के दौरान

दोस्तों इस व्रत को केवल सुहागन महिलाएं ही करती हैं जिनका विवाह होता है उन्हें स्वागत बोलते हैं वह इस व्रत को रखती है पत्नी अपने पति की लंबी आयु के लिए इस व्रत को मनाते हैं 

और शादीशुदा जीवन में सुख में अखंड सौभाग्य के लिए इस व्रत को मनाती है इस व्रत में महिला व पुरुष पूरे दिन बिना पानी पिए भूखे रहते हैं और शाम को इस वर्ष के दौरान महिलाएं जलन का भी सेवन नहीं करती इस व्रत को निर्जला व्रत भी बोला जाता है 

तथा रात को चांद को जल अर्पण करने के बाद ही जल अर्पण करती हैं करवा चौथ में रात को चंद्रपाल का विधान है कि सुहागन महिलाएं शिव पार्वती गणेश जी की कार्तिकेय की भी पूजा करती हैं इस वर्ष में महिलाएं एक छलनी से अपने छलनी से चांद को देखती है 

और फिर उसी छलनी से अपने पति को देती है और अपने पति से ही जल अर्पण करते हैं और जो वर्त की समाप्ति होती है


क्यों मनाया जाता है करवा चौथ व्रत

अब हम आपको बताने जा रही है आखिर क्यों मनाया जाता है करवा चौथ का व्रत तो दोस्त वही कथित कहानी है कथित नी एक सच्ची कहानी है कहानी कुछ ऐसी है कि 1 किलो बिंस नेम यानी एक महिला ने बताया कि कि सत्यवान की मृत्यु हो जाती है 

जो कि सावित्री जी के पति होते है यमराज जी सत्यवान की आत्मा को लेने के लिए आते हैं तो पति व्रता सावित्री अपने पति के प्राणों की भीख मांगती है अपने स्वाद को न ले जाने के लिए विनती करती है परंतु यमराज यह मानने पर नहीं मानते हैं

पर जब सावित्री ने अवैध जल का त्याग कर देती है और अपने पति के शरीर के पास बैठकर विलाप करने लग जाती है इसके बाद यमराज जी यह देखकर भावुक हो जाते हैं 

और सावित्री को कहा अपने पति के जीवन के अलावा कुछ भी वरदान मांग ले तो सावित्री ने यमराज से कहा आप मुझे कई संतानों का वरदान दे दीजिए यमराज ने यमराज जी ने हां कह दिया

 अगर आपको पता हो तो पतिवर्ता का मतलब किसी अन्य पुरुष के बारे में सोचना भी पाप होता है इसलिए वह अपने वचन बंधने के कारण यमराज जी को खाली हाथ जाना पड़ा उड़ सकते वह उनको उसका जीवन लौटा देना पड़ा इसलिए महिलाएं इस व्रत को रखना शुरू कर दिया था कि मैं अपने पति की लंबी आयु के लिए


पहला करवा चौथ कैसे रखें

करवा चौथ व्रत रख रही मेरी बहनों को बता देंगे पहला करवा चौथ व्रत कैसे रखते हैं पहली बार आपको सुबह उठकर ब्रहम मुहूर्त मतलब 4:00 से 5:00 बजे सुबह का टाइम उठकर अपने बड़ों का आशीर्वाद लेना चाहिए और व्रत कब प्रारंभ करना चाहिए और इसे एक घर में सुख समृद्धि का भी विकास होता है जब हम सुबह ब्रह्म मुहूर्त में खड़े होते हैं 

तो और करवा चौथ व्रत रखने वाली महिलाओं को दोपहर में आराम भी करना चाहिए बल्कि महिलाओं के साथ बैठकर माता के भजन गाने चाहिए और अपने परिवार के लोगों के साथ समय व्यतीत करना चाहिए और ध्यान दें इस वर्ष के दौरान किसी भी धारदार चीज का प्रयोग नहीं करना चाहिए नई बहू का घर में लक्ष्मी की तरह आती है 

तो इस वर्ष के दौरान शाहिद देती है वस्त्र भेंट देती है बहुत ही सुंदर रोती है संध्या के समय यानी कि जिसे हम शाम भी बोलते हैं महत्वपूर्ण होता है श्याम में सरगी का बहुत महत्वपूर्ण होता है सर कि वे उनके देश में बादाम एवं अन्य से मिला हुआ होता है और सुहागन की निशानी भी होती है इसमें


करवा चौथ के व्रत को रात को पति पत्नी क्या करते हैं 

करवा चौथ व्रत के दौरान रात को पति पत्नी क्या करते हैं दोस्तों इस रात को पति पत्नी यानि कि चंद्रमा का इंतजार करते हैं और जब चंद्रमा आता है तो पत्नियां एक्शन नहीं ले कर चांद को देखकर या फिर अपने पति को देखती हैं उनके हाथों से जल अर्पण करके इस वर्ष की समाप्ति करती हैं यह समय बहुत ही महत्वपूर्ण होता है दोनों के लिए


तो आपको हमारी हैं पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेंट में जय माता दी लिखना ना भूले धन्यवाद

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form